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देहरादून में 10 करोड़ की सौंदर्यीकरण योजना: जिलाधिकारी की अगुवाई में दिलाराम चौक, घंटाघर और आईएसबीटी का कायाकल्प, ट्रैफिक और जलभराव से मिलेगी राहत

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देहरादून के प्रमुख चौकों का सौंदर्यीकरण और सड़क सुरक्षा को मिली नई दिशा

देहरादून | 07 फरवरी 2025 – क्या कभी आपने शहर के व्यस्ततम चौकों पर यातायात अव्यवस्था और सौंदर्यहीनता से परेशान होकर सोचा है कि इसका कोई स्थायी समाधान क्यों नहीं किया जाता? शहर की बढ़ती आबादी और यातायात दबाव के कारण सड़कों पर दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है, वहीं शहर के प्रमुख चौक अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के बावजूद उपेक्षा का शिकार होते जा रहे हैं।

10 करोड़ की धनराशि स्वीकृत, कार्यों में तेजी

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिलाधिकारी देहरादून द्वारा दिलाराम चौक, कुठालगेट, साईं मंदिर जंक्शन, घंटाघर सहित अन्य प्रमुख स्थानों के सौंदर्यीकरण एवं यातायात प्रबंधन हेतु 10 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाई गई है। यह कार्य स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत किए जाएंगे।

जिलाधिकारी द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, इन सभी कार्यों के लिए एकमुश्त टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जिससे निर्माण कार्यों में तेजी लाई जा सकेगी।

यातायात व्यवस्था में सुधार, नए ट्रैफिक लाइटों की स्थापना

सड़क सुरक्षा और सुगम यातायात हेतु शहर में 11 नए ट्रैफिक लाइट जंक्शन स्थापित किए जाएंगे। विशेष रूप से, घंटाघर, दिलाराम चौक और कुठालगेट पर आधुनिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाया जाएगा जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इसके अलावा, सड़क सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।

आईएसबीटी चौक ड्रेनेज सिस्टम का स्थायी समाधान

शहर में बरसात के मौसम में जलभराव की गंभीर समस्या को देखते हुए, आईएसबीटी चौक से आउटफॉल तक एक नया ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया जाएगा। यह सिस्टम आधुनिक तकनीकों पर आधारित होगा, जिससे जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान संभव हो सकेगा।

सांस्कृतिक सौंदर्यीकरण और ऐतिहासिक धरोहर संरक्षण

देहरादून के प्रमुख चौकों का सौंदर्यीकरण राज्य की लोक संस्कृति और पारंपरिक कला के माध्यम से किया जाएगा। इन स्थानों पर सांस्कृतिक दीवारें बनाई जाएंगी, जिनमें उत्तराखंड की पारंपरिक लोक कलाएं, ऐतिहासिक धरोहरें और राज्य आंदोलन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को उकेरा जाएगा। इससे न केवल शहर का सौंदर्य बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूती मिलेगी।

निर्माण कार्यों की समय-सीमा और देखरेख

सभी निर्माण कार्यों की टेंडर प्रक्रिया में एक वर्ष का रखरखाव शामिल किया गया है, जिसे आवश्यकता पड़ने पर तीन वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है।

जनहित में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम

शहर के नागरिकों और पर्यटकों की सुविधा के लिए उठाया गया यह कदम यातायात व्यवस्था और सौंदर्यीकरण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। स्थानीय प्रशासन की ओर से शहर को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने की दिशा में यह पहल प्रशंसनीय है।


 

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