आप को बता दे
क्या नशा हमारी युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है?
नशे की लत सिर्फ एक व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को खोखला कर रही है। उत्तराखंड जैसे शांतिप्रिय राज्य में भी नशे का जाल तेजी से फैल रहा है, जिससे युवा पीढ़ी अपराध की ओर बढ़ रही है। नशे के कारण कई परिवार उजड़ रहे हैं, और समाज में अपराधों की संख्या बढ़ रही है। इसी को रोकने के लिए बागेश्वर पुलिस ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध चरस तस्करी पर प्रहार किया है।
बागेश्वर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 2 लाख की चरस जब्त
बागेश्वर पुलिस ने नशे के खिलाफ जारी अभियान में एक बड़ी सफलता हासिल की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, थाना कपकोट पुलिस, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) की संयुक्त टीम ने 7 फरवरी 2025 को एक व्यक्ति को 1.112 किलोग्राम अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया। बरामद चरस की अनुमानित कीमत 2 लाख रुपये आंकी गई है।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
पुलिस द्वारा चरस तस्करी की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे सघन चेकिंग अभियान के दौरान नौलिग देवता मंदिर गेट के पास संदिग्ध अवस्था में एक व्यक्ति को रोका गया। तलाशी लेने पर उसके पास से भारी मात्रा में अवैध चरस बरामद की गई।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान कृपाल राम (55 वर्ष) पुत्र खरक राम, निवासी मिखिला खलपट्टा, थाना कपकोट, जनपद बागेश्वर के रूप में हुई है।
नशे के खिलाफ बागेश्वर पुलिस का कड़ा रुख
बागेश्वर जिले में 2025 की शुरुआत से अब तक कुल 5 एनडीपीएस मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिसमें 6 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं। अब तक पुलिस ने कुल 15.8 ग्राम स्मैक और 1.262 किलोग्राम चरस बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 7,29,400 रुपये है।
पुलिस टीम को मिला इनाम
पुलिस अधीक्षक चंद्रशेखर घोडके ने टीम की सराहना करते हुए उन्हें 1000 रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
नशे के खिलाफ समाज को जागरूक होने की जरूरत
पुलिस प्रशासन लगातार नशे के कारोबार पर शिकंजा कस रहा है, लेकिन यह लड़ाई अकेले पुलिस नहीं लड़ सकती। समाज को भी इसमें आगे आकर सहयोग करना होगा। युवाओं को जागरूक करना होगा कि नशा सिर्फ जीवन को बर्बाद ही नहीं करता, बल्कि परिवार और समाज को भी गंभीर नुकसान पहुंचाता है।
यदि आपको नशे के अवैध कारोबार की कोई जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर सूचना दें।



