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कोटद्वार में बाइकर्स रैली के माध्यम से सड़क सुरक्षा और साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता अभियान
क्या यातायात नियमों की अनदेखी जीवन के लिए खतरा बन रही है?
हर साल सड़क दुर्घटनाओं में हजारों लोगों की जान चली जाती है, जिनमें से अधिकतर मामले लापरवाही, यातायात नियमों के उल्लंघन और सुरक्षा उपकरणों के इस्तेमाल न करने से होते हैं। हेलमेट न पहनना, ट्रैफिक सिग्नल तोड़ना और तेज रफ्तार में वाहन चलाना कई जानलेवा घटनाओं का कारण बनता है। इसके अलावा, साइबर अपराधों का बढ़ता दायरा भी एक गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है, जिसमें ऑनलाइन ठगी, फ्रॉड और व्यक्तिगत डेटा की चोरी जैसी घटनाएं शामिल हैं। इसी के मद्देनजर कोटद्वार पुलिस ने यातायात और साइबर सुरक्षा को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान चलाया।
कोटद्वार में निकली बाइकर्स रैली, आमजन को किया जागरूक
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 35वें सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत कोटद्वार में पुलिस द्वारा एक विशेष बाइकर्स रैली का आयोजन किया गया। इस रैली का उद्देश्य सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और आम जनता को यातायात नियमों के पालन के लिए प्रेरित करना था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस अभियान में क्षेत्राधिकारी कोटद्वार निहारिका सेमवाल के नेतृत्व में यातायात और कोटद्वार पुलिस टीम ने लायंस क्लब कोटद्वार के सहयोग से बाइकर्स रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली मालवीय उद्यान से प्रारंभ होकर कोटद्वार के प्रमुख मार्गों—झंडा चौक, तीलू रोतैली चौक, देवी मंदिर तिराहा, बालासौड़ तिराहा और तीलू रोतैली चौक तक निकाली गई।
इस दौरान पुलिस टीम ने दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने और यातायात नियमों के पालन का संदेश दिया। इसके अलावा, सड़क पर सुरक्षित तरीके से वाहन चलाने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।
साइबर अपराध और नशे के विरुद्ध जनजागरूकता अभियान
सिर्फ सड़क सुरक्षा ही नहीं, बल्कि साइबर अपराधों और नशे की लत से बचाव को लेकर भी पुलिस ने अभियान चलाया। सतपुली पुलिस टीम ने थाना परिसर में निजी और व्यावसायिक वाहन चालकों के साथ-साथ टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित की। इसमें मोटर वाहन अधिनियम, साइबर अपराधों से बचाव, नशे से दूर रहने और महिला अपराधों की रोकथाम जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
इस बैठक में उपस्थित लोगों को साइबर अपराधों के विभिन्न तरीकों, ऑनलाइन धोखाधड़ी और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के उपायों की जानकारी दी गई। साथ ही, नशे के दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को सतर्क रहने और अवैध नशा तस्करी की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई।
ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन-2025 की ओर एक और कदम
इस अभियान के तहत आम जनता को यह भी बताया गया कि यदि उनके क्षेत्र में कोई व्यक्ति अवैध नशे की तस्करी या सेवन करता है, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें। यह पहल उत्तराखंड सरकार के “ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन-2025” को सफल बनाने के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।
यातायात और साइबर सुरक्षा के लिए आगे क्या?
यह रैली और जनजागरूकता अभियान केवल एक शुरुआत है। पुलिस द्वारा लगातार स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है। सड़क सुरक्षा और साइबर अपराधों को लेकर लोगों में सतर्कता और जागरूकता ही इन समस्याओं के समाधान का एकमात्र तरीका है।



