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एक समान कानून से क्या बदलेगा समाज में?
समाज में समानता और न्याय की परिकल्पना को साकार करने के लिए समान नागरिक संहिता (UCC) एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह कानून धर्म, जाति और लिंग के आधार पर भेदभाव को समाप्त करने की दिशा में प्रयासरत है। विशेष रूप से शादी, तलाक, उत्तराधिकार और संपत्ति अधिकारों में एकरूपता लाने के लिए UCC को एक प्रभावी समाधान माना जा रहा है। उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने इस संहिता को लागू करने की दिशा में कार्यशाला का आयोजन किया।

पुलिस लाइन देहरादून में UCC पर कार्यशाला का आयोजन
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 4 फरवरी 2025 को पुलिस लाइन देहरादून में UCC को लेकर एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में जनहित से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। कार्यशाला का शुभारंभ अभियोजन विभाग के महानिदेशक पीवीके प्रसाद और विधि विभाग के संयुक्त निदेशक जीसी पंचोली द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
UCC लागू करने की आवश्यकता पर जोर
कार्यशाला के दौरान महानिदेशक अभियोजन ने जानकारी दी कि उत्तराखंड UCC लागू करने वाला देश का पहला राज्य है। उन्होंने बताया कि समाज में आ रहे बदलावों और सभी नागरिकों को समान व्यक्तिगत और कानूनी अधिकार दिलाने के लिए इस कानून की आवश्यकता महसूस की गई। विधि विशेषज्ञों ने कार्यशाला में उपस्थित लोगों को शादी, तलाक, उत्तराधिकार और अन्य कानूनी मामलों में UCC के तहत किए गए प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी।
UCC से किसी की निजता प्रभावित नहीं होगी: SSP देहरादून
इस अवसर पर देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने बताया कि यह कानून किसी भी धर्म, जाति या समुदाय के आधार पर भेदभाव नहीं करता। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि UCC के लागू होने से सभी नागरिकों को समान व्यक्तिगत और कानूनी अधिकार मिलेंगे और यह किसी भी व्यक्ति की निजता पर प्रभाव नहीं डालेगा।

UCC को लेकर शंकाओं का समाधान
कार्यशाला में विधि विशेषज्ञों ने UCC को लेकर मौजूद शंकाओं का समाधान किया। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया कि वे आम जनता को इस कानून के प्रति जागरूक करें और सही जानकारी प्रदान करें।
कार्यशाला में शामिल प्रमुख अधिकारी
इस कार्यशाला में अभियोजन विभाग के महानिदेशक पीवीके प्रसाद, विधि विभाग के संयुक्त निदेशक जीसी पंचोली, पुलिस अधीक्षक रेनू लोहानी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
आम जनता को जागरूक करने की अपील
कार्यशाला में शामिल अधिकारियों और विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि UCC को सही तरीके से समझने और लागू करने के लिए आम जनता को भी जागरूक करना बेहद आवश्यक है। इसके लिए विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि लोगों में किसी भी प्रकार की गलतफहमी न हो।



