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टिहरी गढ़वाल पुलिस का सत्यापन अभियान: 68 मकान मालिकों पर 6.8 लाख रुपये का जुर्माना
देशभर में बाहरी व्यक्तियों की पहचान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सत्यापन अनिवार्य है। सत्यापन की कमी के कारण अपराधों की संभावना बढ़ जाती है और इससे सामाजिक सुरक्षा पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बाहरी व्यक्तियों की सही जानकारी न होने के कारण अपराधी किरायेदार या कर्मचारी के रूप में छिप सकते हैं। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए टिहरी गढ़वाल पुलिस ने सत्यापन न कराने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 24 नवंबर 2024 को टिहरी गढ़वाल पुलिस द्वारा बाहरी व्यक्तियों और किरायेदारों के सत्यापन के लिए विशेष अभियान चलाया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशों पर, अपर पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी नरेंद्र नगर के नेतृत्व में यह अभियान तपोवन क्षेत्र के बालक नाथ रोड, एसबीआई गली, होटल पीपल ट्री रोड, लक्ष्मण झूला रोड और अपर तपोवन में सुबह 6:30 बजे से प्रारंभ हुआ।
अभियान के तहत कुल 400-450 बाहरी व्यक्तियों और किरायेदारों का सत्यापन किया गया। सत्यापन न कराने वाले 68 मकान मालिकों पर 10,000 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से कुल 6,80,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। यह जुर्माना माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
टीमों का गठन और कार्रवाई:
थाना स्तर पर चार टीमों का गठन किया गया:
- टीम A: उपनिरीक्षक सचिन पुंडीर के नेतृत्व में।
- टीम B: कैलाश गेट चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक किशन चंद देवरानी के नेतृत्व में।
- टीम C: ढालवाला चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक आशीष शर्मा के नेतृत्व में।
- टीम D: तपोवन चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक प्रदीप रावत के नेतृत्व में।
पुलिस ने आम जनता को निर्देशित किया है कि किरायेदार या बाहरी व्यक्ति को रखने से पहले उसका सत्यापन सुनिश्चित करें। यह कदम संभावित अप्रत्याशित घटनाओं को रोकने और क्षेत्र की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए उठाया गया है।
भविष्य की कार्रवाई:
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में ढालवाला, तपोवन और कैलाश गेट क्षेत्रों में सत्यापन न कराने वालों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। पुलिस ने पूर्व में भी जनता को किरायेदार सत्यापन के लिए सूचित किया था, लेकिन निर्देशों का पालन न करने पर यह जुर्माना लगाया गया है।
पुलिस टीम में भद्रकाली चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक नंदकिशोर, शिवपुरी चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक मनोज ममगाई, उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार, महिला उपनिरीक्षक दीपिका तिवारी, और अन्य अधिकारी शामिल रहे।