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हाल के वर्षों में अपराध और धोखाधड़ी की घटनाओं में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिससे समाज में असुरक्षा का माहौल उत्पन्न हो गया है। खासकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी और फर्जीवाड़े के मामले अक्सर सामने आ रहे हैं। इस प्रकार के अपराधों में शामिल अपराधी समाज को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ युवाओं के भविष्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की लगातार मेहनत और रणनीति महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
पौड़ी पुलिस ने अपने अभियान को तेज करते हुए 18 अगस्त 2024 को कोटद्वार निवासी उजागर सिंह पुंडीर द्वारा की गई शिकायत के आधार पर दो इनामी अपराधियों अमित रावत और अविनाश चमोली को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों पर ओएनजीसी में नौकरी दिलाने के नाम पर 1 लाख 72 हजार रुपये की ठगी करने का आरोप था। पुलिस के अनुसार, ये अपराधी शातिर किस्म के थे और अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह की दिशा-निर्देश के बाद पुलिस ने इन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस द्वारा की गई कड़ी मेहनत और प्रभावी रणनीति के तहत अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार जया बलोनी, पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन विभव सैनी और प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार रमेश तनवर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इन अपराधियों को देहरादून से गिरफ्तार किया।
पुलिस द्वारा इन अपराधियों के खिलाफ मु0अ0सं0-210/24 के तहत धोखाधड़ी, जालसाजी, और सरकारी दस्तावेजों की फर्जीवाड़े के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के लिए आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार अपराधियों का विवरण इस प्रकार है:
1. अमित रावत पुत्र सुरेश रावत, निवासी उमराव नगर, थाना कोटद्वार, जनपद पौड़ी गढ़वाल।
2. अविनाश चमोली पुत्र पुष्पानंद चमोली, निवासी मोथरोवाला, पुराना आटा मिल के पास, देहरादून।
पुलिस टीम में शामिल सदस्य:
1. उपनिरीक्षक शशि भूषण जोशी
2. मुख्य आरक्षी हेमंत कुमार
3. मुख्य आरक्षी लोकेश कुमार
पौड़ी पुलिस की यह कार्रवाई जिले में अपराधियों के खिलाफ सख्त संदेश भेजने के रूप में देखी जा रही है।