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मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी की अध्यक्षता में गुरुवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की बैठक आहूत की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में निरीक्षण दौरा कर यह सुनिश्चित कर लें कि कोई भी बच्चा/किशोर अल्बेंडाजोल की दवा खाने से न छूटे। इसके साथ ही निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों के बच्चो को भी ट्रैक कर दवा खिलाए।
सभी एमओआईसी को ब्लॉक स्तर पर दवा खिलाने को लेकर ट्रेनिंग और प्रचार प्रसार करने को कहा गया। डीईओ बैसिक को स्कूल की प्रार्थना सभाओं में कार्यक्रम को लेकर बच्चों को अवगत कराने को कहा गया, ताकि बच्चों के माध्यम से घर घर संदेश पहुंच सके और कार्यक्रम सफल हो। इसके साथ ही मीडिया और रेडियो के माध्यम से भी प्रचार प्रसार करने को कहा गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्याम विजय ने बताया कि 10 सितंबर 2024 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर जनपद के सभी शिक्षण संस्थानों और आंगनबाड़ी केंद्रों में 01 लाख 54 हजार 423 बच्चों और किशोरों को अल्बेंडाजोल की टैबलेट खिलाए जाने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के साथ ही स्वस्थ और शिक्षित बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि 01 साल से 19 साल तक के बच्चों/किशोरों को दवा खिलाए जायेगी तथा जो बच्चे किसी कारण वश दवा खाने से वंचित रह जाएंगे, उन्हें 18 और 19 सितंबर को दवा दी जाएगी।
बैठक में एसीएमओ डॉ. एल.डी. सेमवाल, डीईओ बैसिक वी. के. ढौंडियाल सहित स्वास्थ्य, शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, बाल विकास, नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।