Gaganyaan Trial: अंतरिक्ष में इंसानों को भेजने से पहले इसरो अपने गगनयान मिशन का ट्रायल करने जा रहा है। यह ट्रायल शनिवार सुबह शुरू किया जाएगा।
Gaganyaan Trial: अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक से एक कीर्तिमान रचने के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एक और करिश्मा करने जा रहा है। इसरो गगनयान मिशन के जरिए अंतरिक्ष में इंसानों को भेजने वाला है। इसके लिए इसरो गगनयान मिशन की टेस्टिंग करने जा रहा है। गगनयान के जरिए 3 सदस्यीय दल को एक मिशन पर 400 किलोमीटर की कक्षा में भेजा जाएगा। यह मिशन तीन दिनों तक चलेगा और फिर क्रू मेंबर को सुरक्षित रूप से वापस लाया जाएगा। इस मिशन की लैंडिंग समुद्र के पानी में की जाएगी।
कब शुरू होगा ट्रायल?
गगनयान मिशन से पहले टेस्ट किए जाने की प्रक्रिया की जा रही है, जिसकी 12.5 घंटे की उलटी गिनती शुक्रवार शाम 7.30 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित शार क्षेत्र में शुरू होगी। इसरो के सूत्रों ने कहा कि छोटी अवधि के मिशन का प्रक्षेपण शनिवार सुबह आठ बजे प्रथम लॉन्च पैड से होगा और पूरा मिशन 531 सेकंड (लगभग नौ मिनट) तक चलेगा। यह उड़ान परीक्षण समग्र गगनयान कार्यक्रम में एक प्रमुख मील का पत्थर साबित होगा।
कहां देख पाएंगे यह ट्रायल?
इस टेस्टिंग का टेलीकास्ट आधिकारिक वेबसाइट (isro.gov.in), यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन भी इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करेगा। इसरो के मुताबिक, लॉन्च वाले दिन लाइव प्रसारण सुबह 7:30 बजे शुरू होगा।
कैसे की जाएगी टेस्टिंग
इसरो ने कहा पहले लॉन्च पैड से उड़ान भरने से लेकर श्रीहरिकोटा से लगभग 10 किलोमीटर दूर समुद्र में पैराशूट की तैनाती के साथ क्रू मॉड्यूल के उतरने तक का पूरा उड़ान क्रम 531 सेकंड तक चलेगा। इसरो के मुताबिक, उड़ान भरने के लगभग 60 सेकंड बाद परीक्षण वाहन- क्रू एस्केप सिस्टम के साथ 11.7 किमी की ऊंचाई पर वाहन से अलग हो जाएगा और अगले 30 सेकंड बाद सीएम-सीईएस 148.7 मीटर/सेकेंड के वेग से 16.7 किमी की ऊंचाई पर अलग हो जाएगा। यब प्रक्रिया लगभग 9 मिनट में पूरी होगी।