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पहाड़ की दहाड़ न्यूज़
डालनवाला पुलिस को कहा धन्यवाद
विश्वनाथ बस सेवा यूनियन के लोगों ने
कहां हर थाने में ऐसे अधिकारी होना जरूरी है
बढ़ते चंद्र लोगों में पूंजीवाद के इस दौर में गरीब को इंसाफ मिलना बड़ा ही मुश्किल होता है
कारण है गरीब की आर्थिक कमजोरियां
ऐसे में गरीब को अपने न्याय मिलने की उम्मीद पुलिस से ना के बराबर होती है
वहां जहां पूंजीवादी को समाज में हर जगह गरीब से अधिक सम्मान दिया जाता है
लेकिन ऐसा हर जगह नहीं होता है
कहीं पर खाकी में इंसान और इंसानियत भी देखने को मिल जाती है
जिस कारण गरीब व्यक्ति भी जीत जाता है
ऐसी ही पूंजीवादी से जीत मिली रणवीर सिंह को मिला इंसाफ जिसके लिए उन्होंने वह उनके सभी साथियों ने देहरादून थाना डालनवाला के SHO राजेश शाह जी को दिल से धन्यवाद कहां
जनपद उत्तरकाशी मूलनिवासी राजवीर सिंह जोकि विश्वनाथ बस सेवा यूनियन के देहरादून सदस्य हैं पिछले 15 वर्षों से उत्तराखंड में विश्वनाथ सेवा की बस चला रहे हैं
30 जुलाई रविवार के दिन देहरादून के ईसी रोड इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप में रोजाना की तरह रणवीर अपनी बस में तेल डलवाने गए थे
तेल डलवाने के दौरान एक छोटे से मजाक के कारण पेट्रोल पंप कर्मियों ने उनके सात जबरदस्त तरीके से मारपीट कर दी
जिनमें उनको गर्दन में चोट आई थी जिस पर विश्वनाथ बस सेवा यूनियन के सभी लोग काफी आक्रोश में आ गए थे
क्योंकि यूनियन की 50 से भी अधिक बसों में यूनियन कर्मी पिछले कई वर्षों से उसी पेट्रोल पंप से हजारों लाखों रुपए का तेल रोजाना डलवा ते आ रहे हैं
लेकिन पेट्रोल पंप में जब पंप कर्मियों द्वारा ऐसी गुंडागर्दी हुई कर्मियों द्वारा एवं मालिक जैन साहब के द्वारा कोई भी माफी नहीं मांगी गई उल्टा अकेला गरीब समझकर रणवीर सिंह को उनके मैनेजर द्वारा धमकाया गया
ऐसी गुंडागर्दी को विश्वनाथ बस सेवा यूनियन के लोगों ने बर्दाश्त नहीं किया
और वह सीधा थाना डालनवाला पहुंचे पहुंच गए गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ जब पुलिस को तहरीर दी गई तो उस पर तत्काल एक्शन किया डालनवाला थाना के SHO राजेश शाह जी जीने दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई
जिस पर विश्वनाथ बस सेवा यूनियन के सभी साथियों ने थाने में जाकर डालनवाला थाना पुलिस को दिल से धन्यवाद कहा
उन्होंने कहा कि आज एक अच्छे अधिकारी के कारण एक गरीब की जीत हुई है
इस तरह के ईमानदार अधिकारी गरीबों को इंसाफ देने वाले अधिकारी हम चाहते हैं कि हर थाने में इसी तरह के अधिकारी होना चाहिए
जो गरीबों को न्याय दे सके क्योंकि गरीबों को न्याय मिलना बड़ा मुश्किल होता है साहब
लेकिन ऐसा संभव कहां है हर जगह खाकी में इंसान और इंसानियत कहीं-कहीं पर मिलती है इसीलिए उसको खोना नहीं चाहिए
इसका एक कारण यह भी है
नाम कमाने वालों की संख्या कम और दाम कमाने वालों की संख्या बढ़ रही है
लेकिन फिर भी उत्तराखंड पुलिस के कुछ अधिकारियों का यह जीवन भर का लक्ष्य है कि वह खाकी में इंसान और इंसानियत को जिंदा रखेंगे
उसे मरने नहीं देंगे
और आमजन मानस को पुलिस की मित्रता का एहसास दिला के रहेंगे
चाहे जीवन में कितनी कठिनाई एवं चुनौतियां क्यों ना आ जाए वह अपने लक्ष्य से नहीं भटकने वाले




