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पहाड़ की दहाड़ न्यूज़
7 अक्टूबर 2025
देहरादून सरकारी कॉम्प्लेक्स में ‘गंदगी का अंबार’,
सफाई की करोड़ों की मशीनें बजट खाने का दावा:
UKD नेता किरण रावत का बड़ा हमला
(देहरादून: तहसील सदर)
स्वच्छता अभियान के खोखले दावों की पोल खोलते हुए, देहरादून सरकारी कॉम्प्लेक्स (राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स) का परिसर बदहाली का शिकार है।
जिस कॉम्प्लेक्स में तहसील प्रशासन (पटवारी से तहसीलदार तक), जिला आपूर्ति कार्यालय (DSO) और शहरी विकास विभाग जैसे प्रमुख सरकारी दफ़्तर मौजूद हैं, वहाँ हर तरफ़ गंदगी का साम्राज्य फैला है।
गंदगी केवल बाहर नहीं, बल्कि कॉम्प्लेक्स के अंदर की सीढ़ियों तक फैली है। वहाँ गुटखे के दाग, शराब की खाली बोतलें, प्लास्टिक, पन्नी और हर तरह का कबाड़ का अंबार लगा है। यह दृश्य दर्शाता है कि प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण सरकारी परिसर लंबे समय से उपेक्षित है।
दुकानदारों का दर्द: परिसर बना ‘शराबियों का अड्डा’
इस गंदगी और बदहाली को लेकर स्थानीय लोगों और दुकानदारों में भारी आक्रोश है। लोगों ने बताया कि प्रशासन की बेपरवाही के कारण यह परिसर असामाजिक तत्वों का केंद्र बन गया है।
एक दुकानदार ने आक्रोशित होकर बताया, “शाम होते ही यहाँ शराबी आ जाते हैं और बोतलें-कचरा फेंक कर चले जाते हैं। गंदगी कोई भी फैलाए, लेकिन इतने बड़े प्रशासनिक दफ़्तरों के होते हुए भी यह सुनिश्चित क्यों नहीं किया जाता कि परिसर साफ़ रहे? ज़िम्मेदारी तो प्रशासन की है!
करोड़ों का खर्च, फिर भी गंदगी: किरण रावत का सीधा हमला
इस गंभीर अव्यवस्था को लेकर UKD नेता किरण रावत ने नगर निगम पर तीखा हमला बोला।
किरण रावत ने कहा, “एक तरफ इस देहरादून सरकारी कॉम्प्लेक्स में यह हाल है और दूसरी तरफ नगर निगम करोड़ों रुपये की बड़ी सड़क सफाई मशीनें खरीद रहा है। ये मशीनें उन सड़कों को कैसे साफ़ करेंगी जिन पर जगह-जगह गड्ढे हैं? यह करोड़ों का खर्च सिर्फ़ और सिर्फ़ ‘बजट खाने’ का एक तरीका है। ज़मीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा, जनता को सफ़ाई के नाम पर बेवकूफ बनाया जा रहा है।”
‘पहाड़ की दहाड़’ न्यूज़ माँग करती है कि तहसीलदार, शहरी विकास विभाग और नगर निगम तुरंत कार्रवाई करें और यह सुनिश्चित करें कि सरकारी परिसर जनता की सेवा का केंद्र बने, न कि गंदगी और असामाजिक तत्वों का अड्डा।




