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उत्तरकाशी के टिपरी, चिलोट और डांग गांवों में धरासू पुलिस का जनजागरूकता अभियान, वरिष्ठ नागरिकों से जाना हाल, नशे और साइबर अपराधों पर दी चेतावनी
उत्तराखंड में नशे की लत, साइबर अपराध और महिला हिंसा जैसी समस्याएं तेजी से पैर पसार रही हैं। विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये चुनौतियां और भी गंभीर हो जाती हैं, क्योंकि वे अक्सर इन अपराधों का शिकार बनते हैं या फिर इनके खिलाफ आवाज उठाने में हिचकिचाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तरकाशी पुलिस ने एक विशेष जनजागरूकता अभियान शुरू किया, जिसके तहत पुलिस ने गांव-गांव जाकर बुजुर्गों की समस्याएं सुनीं और साथ ही नशा, साइबर अपराध व महिला हिंसा के प्रति लोगों को सतर्क किया।
धरासू पुलिस का गांवों में जनसंपर्क अभियान
मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी के निर्देशानुसार 8 फरवरी 2024 को प्रभारी निरीक्षक धरासू दिनेश कुमार के नेतृत्व में धरासू पुलिस की टीमों ने थाना क्षेत्र के ग्राम टिपरी, चिलोट और डांग गांवों का दौरा किया। इस दौरान पुलिस ने गांव के वरिष्ठ नागरिकों से मिलकर उनके हाल-चाल जाने और पुलिस से जुड़ी उनकी समस्याओं व सुझावों पर चर्चा की।

नशे और साइबर अपराध के खिलाफ सख्त संदेश
पुलिस टीम ने ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया और युवाओं को इससे दूर रहने की सलाह दी। विशेष रूप से बच्चों को गलत संगत से बचने और अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करने की हिदायत दी गई। इसके अलावा, साइबर अपराधों से बचाव के उपाय बताते हुए ग्रामीणों को सतर्क किया गया और उन्हें जागरूक किया गया कि किसी भी संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि या फ्रॉड की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
महिला अपराधों पर जागरूकता और सहायता के उपाय
महिला अपराधों, घरेलू हिंसा, बाल अपराध, बाल विवाह, बाल श्रम और मानव तस्करी जैसे संवेदनशील विषयों पर भी चर्चा की गई। पुलिस ने डायल 112 और उत्तराखंड पुलिस एप की जानकारी दी, जिससे पीड़ित महिलाएं और अन्य लोग तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें।

जनता की सुरक्षा के लिए पुलिस का प्रयास
इस अभियान के तहत पुलिस ने वरिष्ठ नागरिकों के साथ अपने संपर्क नंबर साझा किए और किसी भी तरह की परेशानी होने पर तुरंत थाना या संबंधित अधिकारी से संपर्क करने की सलाह दी।
समाज को जागरूक करने की जरूरत
ग्रामीण इलाकों में बढ़ते नशे और साइबर अपराध को रोकने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। पुलिस के इस अभियान से न केवल बुजुर्गों को राहत मिली, बल्कि समाज के अन्य वर्गों को भी जागरूक होने का अवसर मिला। पुलिस का यह प्रयास उन युवाओं के लिए भी एक चेतावनी है, जो नशे या गलत संगत की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
अपील
सभी ग्रामीणों से अपील की जाती है कि वे नशे और साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहें और अपने परिवार के युवाओं को इनसे दूर रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि समाज को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाया जा सके।



