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सड़क सुरक्षा और नशा मुक्ति: जनपद पिथौरागढ़ पुलिस ने चलाया जागरूकता अभियान
युवाओं की ज़िंदगी बर्बाद कर रहे नशा और सड़क हादसे – समाधान की दिशा में पुलिस की पहल
नशे की लत ने कई युवाओं का जीवन अंधकार में धकेल दिया है। नशीले पदार्थों के कारण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है, जिससे परिवार टूटते हैं और अपराध बढ़ता है। दूसरी ओर, सड़क दुर्घटनाएं हर साल हजारों लोगों की जान ले रही हैं, जिनमें बड़ी संख्या में युवा शामिल हैं। तेज़ रफ्तार, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी और नशे में गाड़ी चलाना दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में से हैं। इन गंभीर समस्याओं से निपटने के लिए जनपद पिथौरागढ़ पुलिस ने एक जागरूकता अभियान चलाया, ताकि लोगों को सुरक्षा और नशा मुक्ति के प्रति जागरूक किया जा सके।

पुलिस का विशेष अभियान
सड़क सुरक्षा जागरूकता
पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़, रेखा यादव के निर्देशन में जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। थानाध्यक्ष जाजरदेवल, प्रकाश पाण्डे के नेतृत्व में पुलिस ने “35वां सड़क सुरक्षा माह” के अंतर्गत स्थानीय लोगों को यातायात नियमों की जानकारी दी। लोगों को दुर्घटनाओं के कारण और उन्हें रोकने के उपाय बताए गए। सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की मदद करने के लिए भी प्रेरित किया गया। इसके अलावा, लोगों को (mybharat.gov.in) पोर्टल पर ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
नशा मुक्ति अभियान
थानाध्यक्ष बेरीनाग, महेश चन्द्र के नेतृत्व में पुलिस ने नशे के दुष्प्रभावों पर विशेष जागरूकता अभियान चलाया। युवाओं और स्थानीय नागरिकों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया गया। पुलिस ने नशे से जुड़ी आपराधिक गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी और बताया कि किस तरह यह न केवल व्यक्ति बल्कि पूरे समाज को नुकसान पहुंचाता है।
समाज को जागरूक करने की जरूरत
युवाओं को सुरक्षित भविष्य देने के लिए नशा मुक्ति और सड़क सुरक्षा पर लगातार जागरूकता अभियान की आवश्यकता है। परिवारों को चाहिए कि वे अपने बच्चों को सही मार्गदर्शन दें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
आपकी भागीदारी ज़रूरी
अगर आप भी अपने समाज को सुरक्षित और नशा मुक्त बनाना चाहते हैं, तो इस अभियान का हिस्सा बनें। यातायात नियमों का पालन करें, नशे से दूर रहें और अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें।



