आप को बता दे
क्या स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचना किसी विशेषाधिकार की बात होनी चाहिए? गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए समय पर सही जांच और इलाज मिलना एक बुनियादी जरूरत है। लेकिन जब यही सुविधा न मिले, तो लोगों को दूर-दराज के अस्पतालों में भटकना पड़ता है। ऐसी ही स्थिति का सामना कर रहे थे देहरादून जिले के साहिया क्षेत्र के लोग, जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रासाउंड की सुविधा का अभाव था।

जनता की मांग और प्रशासन की पहल
बीते दिनों, कालसी में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अपनी समस्याएं रखीं। विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं और अन्य मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने से हो रही परेशानियों को प्रमुखता से उठाया गया। जनता की इस मांग को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य केंद्र में अब होगी अल्ट्रासाउंड सुविधा
स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत कदम उठाते हुए साहिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित करने का फैसला लिया। इसके तहत विकासनगर अस्पताल से सप्ताह में दो दिन रेडियोलॉजिस्ट की ड्यूटी लगाई जाएगी, ताकि जरूरतमंद मरीजों को समय पर जांच की सुविधा मिल सके।
बड़ी राहत, खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए
साहिया स्वास्थ्य केंद्र में कुल 30 बेड की सुविधा है, लेकिन अब तक अल्ट्रासाउंड न होने के कारण मरीजों को विकासनगर अस्पताल तक लंबा सफर तय करना पड़ता था। गर्भवती महिलाओं को बार-बार यात्रा करने में अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, जिससे उनकी सेहत पर भी असर पड़ता था।
प्रशासन की जवाबदेही और भविष्य की उम्मीदें
यह पहल प्रशासन और जनता के बीच संवाद का एक अच्छा उदाहरण है, जहां वास्तविक समस्याओं को सुना गया और समाधान भी निकाला गया। अब देखना होगा कि इस निर्णय का क्रियान्वयन कितनी प्रभावी तरीके से किया जाता है और क्या भविष्य में स्वास्थ्य केंद्रों में अन्य आवश्यक सुविधाएं भी बेहतर की जाएंगी



