आप को बता दे
जनपद बागेश्वर: थाना कौसानी और फायर स्टेशन गरुड़ का आकस्मिक निरीक्षण, अधिकारीयों को दिए गए कड़े निर्देश
क्यों जरूरी है पुलिस और फायर स्टेशन का निरीक्षण?
सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस और फायर सर्विस की तत्परता अत्यंत आवश्यक है। अगर थाना परिसरों में अनियमितताएँ हों या आपदा प्रबंधन की तैयारियों में कमी हो, तो जनता की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। ऐसे में अधिकारियों द्वारा समय-समय पर निरीक्षण किया जाना आवश्यक है ताकि किसी भी लापरवाही को दूर किया जा सके। इसी कड़ी में बागेश्वर जिले में थाना कौसानी और फायर स्टेशन गरुड़ का आकस्मिक निरीक्षण किया गया, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।

निरीक्षण के प्रमुख बिंदु
पुलिस उपाधीक्षक अजय लाल साह द्वारा 1 फरवरी 2025 को जनपद बागेश्वर के थाना कौसानी और फायर स्टेशन गरुड़ बैजनाथ का औचक निरीक्षण किया गया।
थाना कौसानी का निरीक्षण
थाना परिसर का गहन निरीक्षण किया गया, जिसमें थाना कार्यालय, हवालात, बैरक, भोजनालय और भवन की व्यवस्था को परखा गया।
कार्यालय के सभी रजिस्टरों की जांच की गई, जो सही स्थिति में पाए गए।
थाना क्षेत्र में जन-जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए, ताकि जनता को कानून और सुरक्षा से संबंधित विषयों पर शिक्षित किया जा सके।
मालखाने की जांच करते हुए लंबित अभियोगों के मालों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए गए।
सीसीटीएनएस प्रणाली में अपराधों से जुड़े आंकड़ों को समय पर अपडेट करने का निर्देश दिया गया।
थाना परिसर में सफाई व्यवस्था को बनाए रखने पर जोर दिया गया।
फायर स्टेशन गरुड़ बैजनाथ का निरीक्षण
फायर स्टेशन में वाहनों और आपदा उपकरणों की जांच की गई, जो कार्यशील अवस्था में पाए गए।
सभी आवश्यक रजिस्टरों की स्थिति संतोषजनक पाई गई।
कर्मचारियों से संवाद कर उनकी विभागीय, पारिवारिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में जानकारी ली गई।
समाज पर प्रभाव और आगे की कार्रवाई
इस निरीक्षण से स्पष्ट है कि जनपद बागेश्वर में कानून व्यवस्था और आपदा प्रबंधन को सशक्त बनाने के प्रयास जारी हैं। इस तरह के आकस्मिक निरीक्षण न केवल प्रशासनिक सतर्कता को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि पुलिस और फायर सेवा हमेशा आपात स्थितियों के लिए तैयार रहें।
पुलिस और प्रशासन से अपील
जनता की सुरक्षा और सुविधा के लिए ऐसे निरीक्षण नियमित रूप से किए जाएं।
लंबित मामलों के शीघ्र निस्तारण के लिए तेज़ी लाई जाए।
पुलिस और आपदा प्रबंधन इकाइयों को संसाधनों की कोई कमी न हो, यह सुनिश



