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बालकों की भिक्षावृत्ति रोकने के लिए अभियान: तीन बच्चों को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के पास भेजा गया
भारत में बाल भिक्षावृत्ति एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिससे न सिर्फ बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास रुक जाता है, बल्कि यह उनके भविष्य को भी प्रभावित करता है। सरकार और समाज द्वारा इस समस्या के खिलाफ निरंतर कार्रवाई की जा रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, जिलाधिकारी के निर्देशन में , 19 नवम्बर 2024 को बिंदाल पूल और लाल पूल से तीन बच्चों, दो बालिकाओं और एक बालक को भिक्षावृत्ति में लिप्त पाया गया। इसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन देहरादून, AHTU, DCPU और प्रोबेशन टीम देहरादून ने मिलकर उन्हें रेस्क्यू किया। बच्चों की जीडी और मेडिकल जांच करवाई गई और बाद में उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। समिति के आदेश पर तीनों बच्चों को शिशु सदन में रखा गया है, जहां उनकी देखभाल की जाएगी।



