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ऑनलाइन ठगी से बढ़ते साइबर अपराध: आम जनता का विश्वास टूट रहा
डिजिटल युग में ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसमें साइबर अपराधी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। कम समय में पैसे दोगुने करने के नाम पर भोले-भाले नागरिकों को जाल में फंसाना आम होता जा रहा है। ऐसे मामलों में पुलिस की सख्त कार्यवाही जरूरी हो जाती है ताकि आमजन को इन अपराधियों से बचाया जा सके।
पौड़ी पुलिस की सख्त कार्यवाही: 5,000 रुपये के इनामी अपराधी को राजस्थान से पकड़ा गया
रिपोर्ट के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी के निर्देश पर पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे एक शातिर साइबर अपराधी को राजस्थान के जोधपुर से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त मांगीलाल, जो अब तक करोड़ों रुपये की ऑनलाइन ठगी कर चुका था, लगातार अपने ठिकाने और मोबाइल नंबर बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था।
घटना का विवरण:
दिनांक 26 अगस्त 2024 को कोटद्वार निवासी प्रियंका रावत ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक अज्ञात व्यक्ति ने टेलीग्राम और व्हाट्सएप के माध्यम से निवेश के बहाने 8.87 लाख रुपये की ठगी की। इस मामले में कोतवाली कोटद्वार में धारा 420 भादवि के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस जांच में राजस्थान निवासी मांगीलाल का नाम सामने आया, जिसने कई लोगों को आर्थिक धोखाधड़ी का शिकार बनाया। जांच के दौरान अभियुक्त के बैंक खातों में एक महीने के भीतर करीब 4 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेनदेन पाए गए।
गिरफ्तारी का विवरण:
पुलिस टीम ने जोधपुर में अभियुक्त मांगीलाल को गिरफ्तार किया। अभियुक्त का पता-
नाम: मांगीलाल (उम्र-23 वर्ष),
पता: ग्राम केरु महादेव नगर, थाना राजीव गांधी नगर, जिला जोधपुर, राजस्थान।
पंजीकृत मामला:
मु.अ.सं. 216/24, धारा 420 भादवि।
पुलिस टीम का योगदान:
- उपनिरीक्षक दिनेश चमोली
- मुख्य आरक्षी सतेन्द्र कुमार
- मुख्य आरक्षी संतोष कुमार
- मुख्य आरक्षी नरेंद्र सिंह
पुलिस ने अपराधी को पकड़ने के लिए कई प्रयास किए और अंततः सफल रही। अब अभियुक्त को न्यायालय में पेश किया जाएगा। जनता से अपील है कि किसी भी ऑनलाइन स्कीम में पैसा निवेश करने से पहले सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।



