आप को बता दे
उत्तराखंड वन विभाग इस समय देशभर में होने वाली 27वीं अखिल भारतीय खेलकूद प्रतियोगिता की तैयारियों में जोर-शोर से जुटा है। छत्तीसगढ़ में 16 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक होने वाली इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में उत्तराखंड वन विभाग के कुल 70 अधिकारी और कर्मचारी हिस्सा लेने जा रहे हैं। खिलाड़ियों का चयन वन विभाग, वन निगम और वन से जुड़े अन्य संस्थानों के कर्मचारियों में से किया गया है।
पिछली बार हरियाणा में छठा स्थान, इस बार है बेहतर प्रदर्शन का लक्ष्य
पिछले साल की प्रतियोगिता हरियाणा में आयोजित की गई थी, जहां उत्तराखंड की टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर छठा स्थान हासिल किया था। इस साल टीम को उम्मीद है कि वे अपनी रैंकिंग में सुधार कर पाएंगे। विभाग के नोडल अधिकारी पीके पात्रो ने जानकारी दी कि इस साल की प्रतियोगिता के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, और खिलाड़ियों से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।
बैडमिंटन में उत्तराखंड का दबदबा, 5 साल से स्वर्ण पदक पर कब्जा
उत्तराखंड की बैडमिंटन टीम का पिछले पांच वर्षों से लगातार दबदबा बना हुआ है, और हर साल ये खिलाड़ी स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे हैं। इस बार भी बैडमिंटन की सभी इवेंट्स में उत्तराखंड के खिलाड़ियों से स्वर्ण पदक की उम्मीद की जा रही है। विभागीय अधिकारियों में आईएफएस मीनाक्षी जोशी, देहरादून के डीएफओ नीरज शर्मा, बीजू लाल और दिगंत नायक जैसे सीनियर अधिकारी इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिए चुने गए हैं।
कुल 70 खिलाड़ियों का दल तैयार
उत्तराखंड से इस बार कुल 70 खिलाड़ियों का चयन किया गया है, जिसमें सीनियर आईएफएस अधिकारियों के अलावा स्टेट फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारी भी शामिल हैं। प्रकाश आर्य, जो राज्य फॉरेस्ट सर्विस के प्रतिष्ठित अधिकारी हैं, भी इस दल का हिस्सा हैं। इन खिलाड़ियों ने अपनी तैयारी को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी है और वे दिन-रात अभ्यास कर रहे हैं।
लॉकडाउन और चुनावों के कारण स्थगित हुआ था पिछला आयोजन
गौरतलब है कि हर साल होने वाली इस ऑल इंडिया फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट को पिछले साल लोकसभा चुनावों के चलते स्थगित कर दिया गया था। अब, एक साल बाद, यह प्रतियोगिता दोबारा आयोजित की जा रही है और उत्तराखंड के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पोजीशन को और मजबूत करने के इरादे से मैदान में उतरेंगे।
उत्तराखंड की इस टीम का प्रदर्शन न केवल वन विभाग बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। सभी की नज़रें इस बार के मुकाबलों पर टिकी हैं, और खिलाड़ियों से उम्मीद की जा रही है कि वे उत्तराखंड को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करेंगे।