आप को बता दे
एसडीआरएफ कमांडेड मणिकांत मिश्रा उत्तराखंड पुलिस के एक तेजतर्रार अधिकारी के रूप जाने जाते है। जब से SDRF की कमांड संभाली है उन्होंने अनगिनत रेस्कयू कार्यो अपनी टीम का मनोबल ऊंचा रखने में कोई कोर कसर नही छोड़ी है। तपोवन आपदा हो चाहे बड़कोट सिल्क्यरा टनल, व हाल ही में भीषण बारिश के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर भारी चट्टानों के गिरने से श्रद्धालुओं को बचाने के कार्यो में खुद जाकर रेस्कयू कार्य की मोनिटरिंग की 15 अगस्त की वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सराहनीय मैडल से सम्मानित किया और साथ ही sdrf के अन्य पदाधिकारियो व कर्मचारियों को सराहनीय पदक से सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड का अधिकतर पहाड़ी भाग होने के कारण कई जगहों में दुर्घटनाओं की आसंका बनी रहती है। और सम्भवतः दुर्घटना होने की स्थिति में सबसे पहले SDRF की सहायता के लिए बुलाया जाता है। इसी कड़ी में समय समय पर SDRF मुख्यालय से प्रदेश भर में SDRF की तैनात टीमो को दिशा निर्देश देकर उनका मार्गदर्शन किया जाता रहा है।
आज का मुख्य बिंदु:
आपदा राहत कार्य:
केदारनाथ और घनसाली में 31 जुलाई 2024 को हुई आपदा: कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने कहा कि 31 जुलाई 2024 को केदारनाथ और घनसाली क्षेत्र में हुई आपदा में एसडीआरएफ के जवानों ने कठिन परिस्थितियों में अद्वितीय साहस और समर्पण का प्रदर्शन करते हुए 8,000 से अधिक श्रद्धालुओं को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। उनके त्वरित और प्रभावी राहत कार्यों ने हजारों जिंदगियों को बचाया। कावंड मेले में 165 से अधिक कांवडियों की जान बचाकर एसडीआरएफ जवानों ने एक मिसाल पेश की है
उधमसिंहनगर और चम्पावत में जलभराव: SDRF ने 600 से अधिक लोगों को राफ्ट के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
बधाई एवं शुभकामनाएं- मणिकांत मिश्रा ने उपसेनानायक विजेंद्र दत्त डोभाल को सराहनीय सेवा के लिए माननीय मुख्यमंत्री द्वारा मिले पदक, निरीक्षक हरक सिंह राणा को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त पदक और निरीक्षक जगदम्बा प्रसाद निरीक्षक कविंद्र सजवाण और आरक्षी विपिन आर्य, मातबर सिंह और देवेंद्र सिंह को डीजीपी महोदय द्वारा प्रदान किए गए सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह की बधाई और शुभकामनाएँ दीं।
सुरक्षा और सतर्कता:
मणिकांत मिश्रा ने मौसम और आपदा की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए SDRF की सभी पोस्टों पर तैनात जवानों को 24 घंटे अलर्ट रहने एवं केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सर्च ऑपरेशन जारी रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही रेस्क्यू कार्यों में ड्रोन का भी ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने पर जोर दिया।
सम्मेलन के दौरान उपसेनानायक विजेन्द्र दत्त डोभाल, मिथिलेश कुमार सहायक सेनानायक श्री श्यामदत्त नौटियाल इत्यादि अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें
देहरादून: एसडीआरएफ कमांडेड श्री मणिकांत मिश्रा जी उत्तराखंड पुलिस के एक तेजतर्रार अधिकारी के रूप जाने जाते है। जब से SDRF की कमांड संभाली है उन्होंने अनगिनत रेस्कयू कार्यो अपनी टीम का मनोबल ऊंचा रखने में कोई कोर कसर नही छोड़ी है। तपोवन आपदा हो चाहे बड़कोट सिल्क्यरा टनल, व हाल ही में भीषण बारिश के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग पर भारी चट्टानों के गिरने से श्रद्धालुओं को बचाने के कार्यो में खुद जाकर रेस्कयू कार्य की मोनिटरिंग की 15 अगस्त की वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सराहनीय मैडल से सम्मानित किया और साथ ही sdrf के अन्य पदाधिकारियो व कर्मचारियों को सराहनीय पदक से सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड का अधिकतर पहाड़ी भाग होने के कारण कई जगहों में दुर्घटनाओं की आसंका बनी रहती है। और सम्भवतः दुर्घटना होने की स्थिति में सबसे पहले SDRF की सहायता के लिए बुलाया जाता है। इसी कड़ी में समय समय पर SDRF मुख्यालय से प्रदेश भर में SDRF की तैनात टीमो को दिशा निर्देश देकर उनका मार्गदर्शन किया जाता रहा है।
आज का मुख्य बिंदु:
आपदा राहत कार्य:
केदारनाथ और घनसाली में 31 जुलाई 2024 को हुई आपदा: कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने कहा कि 31 जुलाई 2024 को केदारनाथ और घनसाली क्षेत्र में हुई आपदा में एसडीआरएफ के जवानों ने कठिन परिस्थितियों में अद्वितीय साहस और समर्पण का प्रदर्शन करते हुए 8,000 से अधिक श्रद्धालुओं को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। उनके त्वरित और प्रभावी राहत कार्यों ने हजारों जिंदगियों को बचाया। कावंड मेले में 165 से अधिक कांवडियों की जान बचाकर एसडीआरएफ जवानों ने एक मिसाल पेश की है
उधमसिंहनगर और चम्पावत में जलभराव: SDRF ने 600 से अधिक लोगों को राफ्ट के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
बधाई एवं शुभकामनाएं- मणिकांत मिश्रा ने उपसेनानायक विजेंद्र दत्त डोभाल को सराहनीय सेवा के लिए माननीय मुख्यमंत्री द्वारा मिले पदक, निरीक्षक हरक सिंह राणा को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त पदक और निरीक्षक जगदम्बा प्रसाद निरीक्षक कविंद्र सजवाण और आरक्षी विपिन आर्य, मातबर सिंह और देवेंद्र सिंह को डीजीपी महोदय द्वारा प्रदान किए गए सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह की बधाई और शुभकामनाएँ दीं।
सुरक्षा और सतर्कता:
मणिकांत मिश्रा ने मौसम और आपदा की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए SDRF की सभी पोस्टों पर तैनात जवानों को 24 घंटे अलर्ट रहने एवं केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सर्च ऑपरेशन जारी रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही रेस्क्यू कार्यों में ड्रोन का भी ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने पर जोर दिया।
सम्मेलन के दौरान उपसेनानायक विजेन्द्र दत्त डोभाल, मिथिलेश कुमार सहायक सेनानायक श्यामदत्त नौटियाल इत्यादि अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।