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आपको बता दे
जंगलात का यह कैसा जंगलराज यह बिंदु झाजरा रेंज अंर्तगत मांडूवाला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है,
बता दें कि जहा पूरा प्रदेश हरेला का पर्व हर्षोल्लास के साथ माना कर वृक्षारोपण के साथ अधिक से अधिक पेड़ लगाने की प्रतिज्ञा कर रहा था ।
तो वही हरेला के ठीक दो दिन बाद 18जुलाई को वन प्रभाग देहरादून की झाजरा रेंज के अंतर्गत मंडूवाला में आरक्षित वन से सटी भूमि पर जोर शोर से खुदाई चल रहा था
जिसके पीछे कारण था दर्जनों पेड़ो के अवैध पातन कर इसी भूमि में दफन किया जाना
अब तक मिली जानकारी के अनुसार 14 पेड़ शाल के तो 2 पेड़ जामुन के दफन मिले
जिन्हे बताया जा रहा है की 2023में इन पेड़ों का अवैध पातन कर यही भूमि में दफन कर दिया गया था,
काटे गए। सभी पेड़ गुगल इमेज में भी देखे जा सकते है जिसकी पूर्व में शिकायत भी की गई थी,
बताया जा रहा की उस दौरान झाजरा रेंज में जितेंद्र गुसाईं वन क्षेत्राधिकारी के पद पर कार्यरत थे
इसमें कोई हैरानी या शंका नहीं है की इतनी बड़ी घटना की जानकारी रेंजर या डीएफओ को न रही हो ,
बावजूद इसके प्रभाग आंख मूंद कर बैठा रहा
चूंकि अब मामला जग जाहिर हो चुका है
तो विभाग अब क्या कार्यवाही करता है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा ।
इन तमाम आरोपों का पहाड़ की दहाड़ न्यूज कोई पुष्टि नहीं करता है।
पूरा प्रकरण एक गंभीर जांच का विषय जरूर है।