सितारगंज कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सुझाव दिया है कि सितारगंज और शक्तिफार्म क्षेत्र में हर साल नदियों से आने वाली बाढ़ की स्थिति को देखते हुए एक कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए। उन्होंने डीएम को नदियों को चैनलाइज करने की योजना बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके दौरान, डीएम ने बाढ़ से राहत कार्यों के लिए वन, राजस्व, और सिंचाई विभागों की संयुक्त टीम का गठन किया है, जो इस मुद्दे पर संयुक्त सर्वे करेगी। यह टीम अपनी रिपोर्ट डीएम को 20 अक्टूबर तक प्रस्तुत करेगी, ताकि इस वर्ष ही बाढ़ सुरक्षा कार्यों को आगे बढ़ाने की योजना तैयार की जा सके और आने वाले वर्षाकाल में बाढ़ का खतरा कम किया जा सके।
बृहस्पतिवार को, कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने डीएम उदयराज सिंह, सीडीओ विशाल मिश्रा, डीएफओ संदीप कुमार, और विभिन्न विभागों के अफसरों, ग्रामीणों, और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने यह बताया कि अरविंदनगर, झाड़ी, और अन्य क्षेत्रों में हर साल वर्षाकाल के दौरान भारी तबाही होती है। सूखी और बैगुल नदी के पानी का गांवों में प्रवाह हो जाता है। इन गांवों में लगभग 600 परिवार प्रभावित होते हैं। उन्होंने बताया कि बैगुल नदी में सिल्ट जमा हुआ है। नदी के प्रवाह को बदलने से अरविंदनगर के गांवों में जैसे कि सात, आठ, नौ, ढाई नंबर, झाड़ी आदि में बाढ़ का खतरा बना रहता है। बैठक में ही, डीएम ने साइंटिफिक सर्वे के लिए संयुक्त टीम का गठन किया, जिसमें ईई सिंचाई, तहसीलदार, वन एसडीओ, क्षेत्रीय कृषि अधिकारी, और अन्य अफसर शामिल रहेंगे।
बैठक में भाजपा नेता पलविंदर सिंह औलख ने तुर्कातिसौर में हाईवे और संपर्क मार्ग में हादसों को रोकने की मांग की। वहाँ पर डीएफओ संदीप कुमार, एसडीएम तुषार सैनी, ईई सिंचाई पीके दीक्षित, तहसीलदार पूजा शर्मा, ईई आनंद सिंह नेगी, भाजपा मंडल अध्यक्ष आदेश चौहान, उमाशंकर दुबे भी मौजूद थे।