वीडियो देखने के लिए फोटो पर क्लिक करें👇
उत्तराखंड में धर्म परिवर्तन कराने वालों के खिलाफ हिंदू संगठनों ने किया युद्ध का ऐलान !
देशभर में धर्मांतरण की खबरें लगातार सुर्खियों में रहती हैं तो वही उत्तराखंड की बात करें तो प्रदेश भर में भी प्रलोभन व जबरन धर्म परिवर्तन के मामले सामने आते रहते हैं
बीते माह देहरादून सहसपुर विधानसभा के परवल गांव में ईसाई मिशनरी द्वारा टिहरी विस्थापित के साथ 70 परिवारों को धर्म परिवर्तन कराने का मामला खूब गरमाया था जिसका विरोध करने ईसाई मिशनरी द्वारा हिंदू संगठन के कुछ लोगो पर हमला किया गया जो की वहा पर मामले की सच्चाई जानने के लिए गए थे
इस मामले की गंभीरता देखते हुए हमला करने वालों के विरुद्ध उत्तराखंड के हिंदू संगठनों ने किया युद्ध का ऐलान।
प्रेम नगर बालाजी धाम मंदिर से पूरे दलबल के साथ रैली निकालकर पहुंचे परवल गांव वहा के शिव मंदिर को लिया सनातनीयों ने अपने कब्जे में स्थानीय लोगों का हिंदू संगठनों मानना था कि उक्त स्थान पर ईसाई मिशनरी चर्च बनवाने की तैयारी में है
आपको बता दें कि हिंदू संगठन वालों ने परवल गांव के शिव मंदिर पहुंचकर सबसे पहले कब्जा किए हुए मंदिर का ताला तोड़ा फिर उसमें पूजा पाठ कर शासन-प्रशासन सरकार से नाराजगी जताते हुए आचार्य उपेंद्र पंत का मुंडन कराया गया यह वही आचार्य है जिनको ईसाईयों द्वारा मारपीट एवं इनकी शिखा को पकड़कर अपमानित किया गया था ।
इस दौरान उत्तराखंड धर्म परिवर्तित जंगल जमीन अवैध मस्जिद मजारों के निर्माण तमाम इस तरह की गतिविधियों पर सभी हिंदू नेताओं ने अपना पक्ष रखा इसी क्रम में हमारे द्वारा पूछे गए सवाल उत्तराखंड में जंगल , जमीन , रोटी , बेटी , धर्म , कर्म स्वरोजगार , रोजगार पर कब्जा हो रहा है तो।
तो वही जो नेता हिंदुओं के नाम पर वोट मांगते हैं वह क्या कर रहे हैं ,
हिंदू युवा लगातार बेरोजगार होते जा रहे हैं रोजगार एवं नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
धर्म प्रचार को एवं नेताओं द्वारा युवाओं को झंडे डंडे बैनर पकड़ाई जाते हैं ।
प्रचार प्रसार कराया जाता है लेकिन हिंदू आज भी कमजोर दिखाई दे रहा है नदी नालों सड़कों किनारे झोपड़पट्टी लगाकर रहने पर मजबूर है ।यह एक गंभीर चिंता का विषय बना है।
इस पूरी घटना में यह के विधायक सहदेव पुंडीर से भी हिंदू संगठनों की खास नाराजगी देखने को मिली